गुज़र गया वो ज़माना
जब दिशा बताता था ध्रुव तारा
अब तो इन फ्लड्स लाइटों की रोशनी से
भर गया है आसमान सारा
अब दिशा बताती है
Google मैप
इंसानों को इंसानों से बढ़कर
भरोसा हो गया है मशीनों पर
दीख रहा है वो दिन
जब मशीनें भरेंगी इंसानों में चाबियाँ
और दौड़- दौड़ करेगा इंसान काम
तब इंसानियत चुका ना पायेंगी
विज्ञान का ऋण
खो गयीं हैं हमारी दिशाएँ
गुम गए हैं हम
अब भी जो ना खोजा ध्रुव तारे को
खो जायेंगी हमारी पीढ़ी
खो जायेंगे सदा के लिए हम।
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